सरकार के साथ छलावा किसानों के घर डाला जा रहा है डाका।
कोरिया- जिले के कृषि विभाग में सब्सिडी के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। किसानों को राहत देने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही सब्सिडी योजना अफसर–कांट्रेक्टर गठजोड़ की भेंट चढ़ रही है।किसानों को मिलने वाली 40 प्रतिशत सब्सिडी में से मात्र 20 प्रतिशत ही वास्तविक रूप से किसानों तक पहुंच पाती है, जबकि शेष 20 प्रतिशत रकम कमीशनखोरी में बांट ली जाती है। इस खेल में विभागीय अधिकारी से लेकर राजधानी स्तर तक मिलीभगत के आरोप सामने आ रहे हैं।कई किसानों ने प्राथमिक शिकायत में बताया कि बोरिंग कार्य और केसिंग में नियत राशि से अधिक विल लगाकर सब्सिडी का पैसा हजम किया जा रहा है। यही नहीं, किसानों को दिए जाने वाले कृषि उपकरणों पर भी कागजों में फर्जी बिल चढ़ाकर लाखों का बंदरबांट किया जा रहा है।स्थानीय किसानों का कहना है कि “सरकार की योजना किसानों तक राहत पहुंचाने के लिए है, लेकिन अफसरों और ठेकेदारों की जेबें भरने का जरिया बन चुकी है।”
अब सवाल उठता है कि –
👉 क्या छत्तीसगढ़ शासन के कृषि मंत्री इस बड़े भ्रष्टाचार से अनभिज्ञ हैं?
👉 जिले के उप संचालक कृषि अधिकारी कब तक इस खेल पर आंख मूंदे बैठे रहेंगे?
👉 किसानों की गाढ़ी कमाई और सरकारी अनुदान का बंदरबांट आखिर कब तक चलेगा?