सूरजपुर – सूरजपुर के साधुराम विद्या मंदिर में रविवार को संपन्न हुई सांसद ट्रॉफी संभाग स्तरीय ओपन शतरंज प्रतियोगिता ने जिले में शतरंज के प्रति नए जोश और जुनून का संचार कर दिया। पूरे संभाग से जुटे 150 से अधिक प्रतिभागियों के बीच हुई इस मानसिक संग्राम में अंततः अंबिकापुर के तेजतर्रार खिलाड़ी गौतम केसरी ने 7.5 अंकों के साथ बाज़ी मार ली और खिताब अपने नाम कर लिया। इस प्रतियोगिता में खास बात रही कि 13 वर्षीय बाल प्रतिभा अंशुमान सहाय ने वयस्कों के बीच उमदा प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान अर्जित किया, जिसने पूरे मंच पर तालियों की गड़गड़ाहट बिखेर दी। अजय गुप्ता तीसरे स्थान पर रहे और उन्होंने भी दमदार खेल का प्रदर्शन किया।आयोजन की भव्यता में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी। मंच पर मौजूद थे प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मराबी, नगर पालिका अध्यक्ष कुसुमलता राजवाड़े, सांसद प्रतिनिधि राजेश्वर तिवारी, रेड क्रॉस चेयरमैन बाबूलाल अग्रवाल, ज़िला पंचायत सदस्य हेमलता राजवाड़े एसआरवीएम निदेशक राहुल अग्रवाल, प्राचार्य प्रभाकर उपाध्याय, छत्तीसगढ़ कॉमर्स चेंबर के महामंत्री रौनक जैन सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा और प्रतिष्ठा से भर दिया।प्रतियोगिता के आठ दौर में जबरदस्त मुकाबले देखने को मिले। शतरंज की गूंजती चालों और खिलाड़ियों की एकाग्र दृष्टि ने दर्शकों को बाँधे रखा। गौतम केसरी का संतुलित खेल और निर्णायक मोड़ों पर साहसी निर्णय उनके अनुभव और कौशल का प्रमाण रहे। अंशुमान सहाय की जीतें महज चालें नहीं थीं, बल्कि उन्होंने साबित किया कि भविष्य का शतरंज सूरजपुर और अंबिकापुर की युवा प्रतिभाओं से चमकने वाला है।महिला वर्ग में कशिश सिन्हा और मानसी चौधरी ने अपने शानदार खेल से दर्शाया कि शतरंज अब सिर्फ पुरुषों की बिसात नहीं रही। बालक एवं बालिका वर्गों में उभरते सितारों की भरमार रही। अंडर-17 से लेकर अंडर-09 तक के मुकाबलों में विनायक सिंह, रोहन गुप्ता, संस्कार सिंघल, निवेद जायसवाल और अक्षत डांगरे जैसे नाम विजेता बनकर उभरे, वहीं सुरभि राय, फरहीन खान, अनन्या रे, आयशा बानो और न्यासा यादव ने बालिका वर्ग में बाजी मारी। ज्ञानवर्धन, अमन सिंह, हर्ष चौरसिया, अरुप रे, प्रज्वल पांडे और स्नेहा गुप्ता, मेधांसी तिर्की, वेदिका शर्मा, परिधि गुप्ता जैसे खिलाड़ियों ने उपविजेता रहकर अगले मुकाबलों के लिए मजबूत दावेदारी पेश की। इस आयोजन की सबसे भावुक झलक उस वक्त सामने आई जब 80 वर्षीय वयोवृद्ध खिलाड़ी हरिदास अग्रवाल को मंच पर प्रशस्ति पत्र देकर विशेष सम्मानित किया गया। वहीं नन्हे खिलाड़ी वेदांत चौरसिया को पुरस्कार प्रदान करते समय पूरा मंच मुस्कान से भर उठा।प्रतियोगिता के सफल संचालन में निर्णायकों की भूमिका भी कमाल की रही। प्रदीप मंडल, शेषरतन जायसवाल, योगेन्द्र गुप्ता, अंजुम, सुनीता राजवाड़े, रवि शंकर गुप्ता और कुसुम यादव ने पारदर्शी व निष्पक्ष निर्णयों से पूरे आयोजन को विश्वसनीय बनाया। मंच का संचालन सीमांचल त्रिपाठी की ओजपूर्ण वाणी में हुआ और प्रतियोगिता का समापन अध्यक्ष राजेन्द्र जायसवाल के आभार प्रदर्शन के साथ हुआ, जिन्होंने यह घोषणा की कि जल्द ही ज़िला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिससे जिले की शीर्ष प्रतिभाएं सामने आएंगी। पूरे आयोजन में सूरजपुर शतरंज संघ के सदस्य सुरेश कुमार, जयेंद्र राजवाड़े, सहदेव राम रवि, सुनीता राजवाड़े, संजय सिदार, उमेश कुमार, मोनिका रवि और मनोज साहू की सक्रिय भागीदारी ने यह सिद्ध कर दिया कि जब समर्पण, संगठन और लक्ष्य एक साथ हो, तो कोई आयोजन सिर्फ खेल नहीं, शहर की शान बन जाता है।
