विभिन्न जिलों के सरकारी भट्ठियों में मिला शराब मिलावट का पुख्ता सबूत।
रायपुर/मनेंद्रगढ़। दरअसल छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व कांग्रेस सरकार के आबकारी मंत्री कवासी लखमा आज भी शराब घोटाले के वजह से सरकारी तफ़्तरों के चक्कर काट रहें हैं और अभी शराब घोटाले की रकम 2 हजार करोड़ से बढ़कर 3 हजार 5 सौ करोड़ तक बढ़ गई है इस घोटाले में कई प्रशासनिक अधिकारियों पर भी गाज गिरी हुई है पर अभी हम हालिया सरकार भाजपा की बात करें तो आबकारी विभाग जो स्वयं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशों का पालन करता है उसी विभाग में अनियमिताओं का भंडार बना हुआ है आपको बता दें कि कुछ पुख्ता सबूतों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि पूर्व सरकार की तरह इस सरकार में भी घोटाला किया जा रहा है क्योंकि सरकारी भट्ठियों के मिलावट का लगातार वीडियो वायरल होना संदेश हर किसी के मन में पैदा कर रही अभी कुछ ही महीने पूर्व सूरजपुर जिले के भैयाथन के सरकारी भट्टी से मिलावट का वीडियो सोशल मीडिया में लीक हुआ था और अब एक और नया मामला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले से वायरल हुआ है जिसमें सरकारी भट्टी के कर्मियों द्वारा शराब में अन्य रासायनिक खाद्य पदार्थों लिकर का उपयोग शील बंद शराब की बोतलों के साथ छेड़ छाड़ और मिलावट करते दिखे इससे पहले इसी जिले के चैनपुर भट्टी और झगरखान भट्टी का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था मनेंद्रगढ़ के कुछ स्थानीय पत्रकारों ने इसका डट कर विरोध किया और प्रकाशन भी किया किंतु अभी तक किसी प्रकार की कार्यवाही वा जांच नहीं हो पा रही है स्थानीय सूत्रों का कहना है कि अधिकारियों और मंत्रियों के संरक्षण में हो रहा है शराब मिलावट का काला कारोबार और शराब घोटाले का नया रूप दिखाया जा रहा वर्तमान सरकार के द्वारा।
शराब मामले में मनेंद्रगढ़ आबकारी विभाग सुर्खियों में आखिर क्या कारण है कि मनेंद्रगढ़ में मिलावट का खेल जारी और अधिकारी मूक दर्शक जिम्मेदार अधिकारीयों को दूर और भ्रष्ट अधिकारियों को करीब किसका दबाव किसका संरक्षण सवाल पर सवाल उठ रहे फिर भी मौन।