क्राइम किलर न्यूज | छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के वन विभाग में एक बार फिर नियमों की अनदेखी और मनमानी उजागर हुई है। सूत्रों के अनुसार, राज्य शासन द्वारा पूर्व में पारित निर्देशों के बावजूद वन विभाग में डिप्टी रेंजरों को नियमविरुद्ध तरीके से रेंज का प्रभार सौंपा जा रहा है।
विशेष रूप से मनेंद्रगढ़ वन मंडल में यह स्थिति और भी गंभीर है। यहां कई रेंजों में डिप्टी रेंजरों को मौखिक आदेश के आधार पर कार्यभार सौंप दिया गया है, जबकि नियमों के अनुसार, रेंज का प्रभार केवल पूर्ण रेंजर (Range Officer) को ही दिया जा सकता है।
वन विभाग के भीतर बैठे राजधानी रायपुर के आला अधिकारी, विभागीय नियमों को ताक पर रखकर मौखिक आदेश जारी कर रहे हैं। इससे यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या नियम केवल कागजों तक ही सीमित हैं?
वन विभाग में व्याप्त इस प्रकार की मनमानी कार्यप्रणाली से शासन की नियमानुसार काम करने की नीयत पर भी प्रश्नचिन्ह लगने लगा है। साथ ही इससे जंगलों के संरक्षण, सुरक्षा और संसाधनों के प्रबंधन पर भी सीधा असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
अब देखना यह होगा कि शासन इस गंभीर विषय पर कोई ठोस कार्यवाही करता है या फिर नियमों की ये अनदेखी यूं ही जारी रहेगी।