सरगुजा संभाग में इन दिनों स्वच्छ सर्वेक्षण टीम का भ्रमण जारी है, जिससे पंचायत सचिवों में हड़कंप मच गया है। अचानक टीम की मौजूदगी की सूचना मिलते ही व्हाट्सएप ग्रुपों में सतर्कता संदेशों की बाढ़ आ गई है। पंचायत सचिव एक-दूसरे को साफ-सफाई दुरुस्त रखने की सलाह दे रहे हैं।
मनेंद्रगढ़ ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतों में भारी अनियमितता सामने आ रही है। शौचालयों के निर्माण में लापरवाही, अधूरी व्यवस्थाएं, और रखरखाव के नाम पर केवल कागजी खानापूर्ति उजागर हो रही है।आपको इसी कड़ी में बता दें ब्लॉक के नागपुर,बरबसपुर में स्वक्षता के नाम भारी लापरवाही बरती जा रही है जिसमें स्वक्षता के नाम लगभग में 50 हजार खर्च करके डस्ट बीन को बिना भुगतान प्रस्तावित बटवा दिया गया एवं साप्ताहिक बाजार में शौचालय बंद पड़ा हुआ है जिसे वर्षों तक प्रशासनिक अधिकारी चालू नहीं करवा पाए जबकि समय समय में पंचायत के अनियमिताओं की जानकारी मिलती रहती है पंचायत में इस प्रकार की अनियमिताएं बरती जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, स्वच्छ भारत मिशन के तहत जो शौचालय निर्माण और अन्य स्वच्छता कार्य किए गए, उनमें गुणवत्ता और उपयोगिता को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि कई जगहों पर बने शौचालय अब भी उपयोग लायक नहीं हैं, और कई भवन वर्षों से अधूरे पड़े हैं।
प्रशासनिक कार्रवाई की संभावना
स्वच्छता टीम की रिपोर्ट के आधार पर मनेंद्रगढ़ ब्लॉक के कई पंचायत सचिवों और संबंधित जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो सकती है। पूर्व में भी इस तरह की शिकायतों पर नोटिस जारी हुए थे लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई थी।