झगराखान शराब दुकान का वीडियो वायरल होते ही फिर खुला पूरे सिस्टम का काला-चिट्ठा!
इसके पहले चैनपुर शराब दुकान में भी मिलावट का खेल पकड़ा गया था — मगर जिम्मेदार अफसर अब तक मज़े से कुर्सी पर!
सिस्टम का सच — अफसर खुद ‘मिलावट ट्रेनिंग सेंटर’ चलाते हैं!
आबकारी अधिकारी ईमानदार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं, ताकि मिलावट के खेल में कोई रुकावट ना आए।
पूरे एमसीबी जिले की हर भट्टी में जहरीली शराब का काला कारोबार —
निचले कर्मचारियों से लेकर ऊँचे ओहदे के अफसर और नेताओं तक की सांठगांठ का भंडाफोड़!
मप्र से छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर शराब की खपत — लेकिन कागज़ों में सब ‘ठीक’!
कलेक्टर दफ्तर में पड़ी शिकायतें धूल फांक रहीं, कार्रवाई ZERO!
जिम्मेदार अफसरों पर ना एफआईआर, ना निलंबन — उल्टा मिलावट माफिया को खुली छूट।
सवाल —
कौन है वो नेता जिसके इशारे पर आबकारी महकमा बिक चुका है?
कब तक जनता जहर पीती रहेगी?
कलेक्टर साहब कब तक फ़ाइलों में सब दबाए रखेंगे?
जनता पूछ रही है — ये मिलावट माफिया रुकेगा कब?
अब वक्त है — या तो जिम्मेदार अफसरों पर गिरे गाज, या फिर जनता सड़क पर उतरकर सवाल करेगी!