जब से डीएफओ मनीष कश्यप ने पदभार संभाला तब से तस्करों का अड्डा बना वन मंडल।
मनेंद्रगढ़:- आज हम बात करेंगे मनेंद्रगढ़ वन मंडल में लकड़ी की अवैध कटाई के मामले में जहां पर कई गंभीर आरोप लगाएं गए हैं अभी हालही में मनेंद्रगढ़ वन मंडल के वन परिक्षेत्र वहरासी एवं विहारपुर वन परिक्षेत्र में लगातार अवैध लकड़ी कटाई के मामले अखबारों के सुर्खियां बना हुआ था लगातार जंगलों के कटाई होने से ग्रामीण क्षेत्रों के में आक्रोश देखा गया एवं पूर्व विधायक गुलाब कमरों ने वनमंडलाधिकारी और वन परिक्षेत्र अधिकारी पर अवैध तस्करों से मिलीभगत का आरोप लगाया है और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आपको बता दें की वन माफिया वनांचल क्षेत्र में बसे गरीब आदिवासियों को बहला-फुसलाकर उनकी जमीन पर उगे कीमती पेड़ों को कम दाम पर खरीद रहे हैं और उक्त पूरे लकड़ियों को उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश और बिहार जैसे अन्य राज्यों में बेंच रहे हैं। अभी तो नही लेकिन जब ईट भट्ठे लगाए जाते है तब लोकल ईंट व्यवसाई भी अवैध रूप से कटी हुई लकड़ियों का उपयोग किया करते हैं।अभी एक दो दिन पहले ही बिहारपुर के वन परिक्षेत्र अधिकारी दिखावे की कार्यवाही करते नजर आए जिसमें वह पत्रकारों के हट और दबाव के कारण एक वाहन घेरा बंदी कर बिहारपुर बीट में धरपकड़ की कार्यवाही किए जिसमें जंगल की इमारती लकड़ियां भारी भरकम मात्रा में अवैध तस्करी करते पकड़ी गई इस सब अवैध तस्करी के मामले में विभाग की नाकामी या फिर बोले उच्च अधिकारियों की मिली भगत से कई मामलों में पर्दे डाले गए हैं खासकर जब से वर्तमान डीएफओ मनीष कश्यप ने पदभार ग्रहण किया तब से अवैध कटाई के मामले ज्यादा आ रहे हैं विगत में भी यह अफसर अन्य वनमण्डलों में भी विवादित रहें हैं अभी हालही में फर्नीचर संचालक के यहां पर छापे मार कार्यवाही की गई थी सरगुजा वन वृत्त के मुख्य वन संरक्षक (CCF) विश्वनाथन मैथ्यूज के आदेशों में कार्यवाही की गई थी किंतु वन मंडल मनेंद्रगढ़ के ईमानदार और जिम्मेदार अधिकारीयों के संरक्षण के कारण लीपा पोती कर दिया गया जबकि फर्नीचर व्यवसायी के दस्तावेजों को कई पत्रकारों ने फर्जी बताया और बात यहां तक आ गई उस फर्नीचर व्यवसाई के सूरजपुर जिला के एक फर्नीचर व्यवसायी ने संबंधित व्यक्ति के ऊपर शासन प्रशासन के पास फर्जी बिल प्रस्तुत करने का शिकायत भी किया किंतु वन विभाग मनेंद्रगढ़ अपने रुलों और अफसर शाही के लिए इस समय अतिचर्चित है जब हमारे नए डीएफओ साहब इंचार्ज बने हैं।