By Admin
कोरिया जिले के सोनहत में पिछले कई सालों से सर्वधर्म सौहार्द का प्रतीक हजरत बाबा भूलन शाह के मजार में कव्वाली का कार्यक्रम होता आया है। लेकिन इस वर्ष कव्वाली प्रेमियों के लिए निराशाजनक बात सामने आई है। बता दें की इस साल कव्वाली 2 ,3, और 4 जून को होनी थी और जिसकी सारी तैयारियां भी लगभग पूरी हो चुकी थी। लेकिन अब जब प्रशासन की ओर से कव्वाली पर रोक लगा दी गई है तो इससे क्षेत्र वासियों में निराशा व्याप्त है । अवगत करा दें की जैसे ही लोगों को पता चला कि कव्वाली का कार्यक्रम स्थगित हो गया है । इस बात पर लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया दुकानदारो में मायूसी छा गई आसपास के दुकानदारों ने इसकी तैयारी पहले से की थी। लेकिन अब शायद उनको काफी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है । तो वहीं क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कव्वाली में राजनीति हावी हो चुकी है । लोगों का यह भी कहना है कि क्षेत्र की विधायक इन दिनों काफी नाराज चल रही हैं । कई जगहों पर उनके विरोध की भी बात सामने आई है। विश्वस्त सूत्रों से खबर है कि रामगढ़ शिविर के दौरान गईं विधायक एक क्रिकेट टूर्नामेंट में बतौर चीफ गेस्ट कार्यक्रम में शामिल हुई थी। तभी मैच के दौरान टेनिस बॉल गुम हो जाना और एक दुकानदार के द्वारा बॉल सिर्फ इसलिए न देना की टूर्नामेंट की चीफ गेस्ट विधायक महोदया हैं। अवगत करा दें की इन सभी पहलुओं में एक जो खास वजह यह भी रही है की हजरत बाबा भूलन शाह के उर्स पर शुरुआती समय से ही बैकुंठपुर के आयोजक मंडल का एक प्रकार से कब्जा रहा है कह सकते हैं। साथ ही स्थानीय आयोजक मंडल को उर्स से हमेशा दरकिनार भी रखा गया है। इस वजह से बैकुंठपुर और सोनहत के आयोजक मंडल या समिति की आपसी विवाद भी वजह मानी जा रही है। दूसरा मुख्य कारण यह भी है की सत्ता और संगठन में आपसी खींचातान में ऐसा बताया जा रहा है की विधायक महोदया के सरपंच सम्मान समारोह कार्यक्रम को फेल करने का प्रयास भी किया गया उक्त कार्यक्रम में लगभग 18 से 20 सरपंचों ने यह लिख कर भी दिया कि कव्वाली का कार्यक्रम नहीं होना चाहिए। साथ ही क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि के साथ संगठन के कई पदाधिकारियों की अनुपस्थिति विधायक से संगठन की दूरी को भी दर्शाता है। और जैसे भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में कुछ भी सही नहीं चल रहा है।
सत्ता और संगठन में द्वंद,,जिला अध्यक्ष ने कहा होगी कव्वाली तो विधायक ने जारी किया फरमान नहीं होगी कव्वाली
सूत्रों की मानें तो सोनहत में आयोजित होने वाले सालाना उर्स पर कव्वाली कार्यक्रम को लेकर जहां एक ओर क्षेत्र वासियों को भाजपा जिला अध्यक्ष यह कहकर संतुष्ट करने में लगे रहे की हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी उर्स में कव्वाली आयोजित होगी । तो वहीं दूसरी ओर सोनहत सहित जिला मुख्यालय में लगे तमाम होड़िंग्स में बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक के फोटो के साथ होर्डिंग्स में पूर्व विधायक गुलाब कमरो के लिए सम्मान और क्षेत्र वासियों का लगाव जिसे देखा गया। जो शायद उर्स पर कव्वाली के लिए राजनीति साबित हुई और सीधी तौर पर कव्वाली कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। अवगत करा दें की सालाना उर्स पर कव्वाली कार्यक्रम पर रोक अलग बात है पर इन दिनों जिस तरह से भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता अपने ही विधायक की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं और सार्वजनिक बयान बाजी करते नजर आ रहे हैं। साथ ही क्षेत्र में हावी बाहरीवाद का मकड़जाल जो कार्यकर्ताओं को सत्ता से परहेज हेतु इस हद तक विवश कर रहा है की कार्यकर्ता क्षेत्रीय विधायक के द्वारा दिए गए दायित्वों को भी दरकिनार करने लगे हैं ।