मनेन्द्रगढ़, छत्तीसगढ़ – मनेन्द्रगढ़ जिले में राजस्व विभाग के अंतर्गत एक बार फिर किसानों की मांग जोर पकड़ रही है। स्थानीय नागरिक और सरकारी अधिकारियों के, जिलों के कई पटवारी वर्तमान में अपने ही गृह ग्रामों में पदासीन हैं, सहायक अधिकारियों और कर्मचारियों के अनुसार पद पर नियुक्तियाँ हो रही हैं।
फुले का कहना है कि यह व्यवस्था राजस्व उद्यमों में पूर्व के उद्यमों का जन्म है। गृह ग्राम में बंधक रहने से कुछ पटवारियों को व्यक्तिगत हित साधन का अवसर मिल सकता है, जिससे आम जनता को नुकसान हो सकता है। इस स्थिति में लॉटरी निर्णय और जमीन एसोसिएटेड मशविरा का समाधान प्रभावित होता है।
वहीं दूसरी ओर, कई महिला पटवारियों को उनके गृह क्षेत्र से दूर नियुक्त किया गया है, जिससे उन्हें पारिवारिक और सामाजिक स्तर पर प्रवेश का सामना करना पड़ रहा है। महिला कर्मचारियों के लिए घरेलू क्षेत्र में सामान की मांग भी जोर पकड़ रही है ताकि वे अपनी देनदारियों को बेहतर तरीके से निभा सकें।
स्थानीय समाजसेवियों और दुकानदारों ने समाचार के माध्यम से जिला प्रशासन से अपील की है कि राजस्व विभाग में इलाज किया जाए और गृह ग्रामों में व्यापारियों को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए। साथ ही, महिला पटवारियों को उनके गृह क्षेत्र में नियुक्त करने पर भी विचार किया जाए।
प्रशासन की ओर से इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन भविष्य में राजस्व विभाग में व्यापक पैमाने पर जनसामान्य की संभावनाओं पर नजर नहीं डाली जा सकती है ।