*परीक्षा परिणाम जीवन की दिशा तय नहीं करते*
*कोरिया, 30 मार्च 2025* परीक्षा के परिणाम जीवन का अंतिम पड़ाव नहीं होते, बल्कि आगे बढ़ने का एक अवसर होते हैं। इसी संदेश को मजबूत करते हुए कोरिया कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने जिले के सभी विद्यार्थियों से अपील की कि वे कभी भी परीक्षा के अंकों से हताश या निराश न हों और न ही कोई गलत कदम उठाएं।
*सकारात्मक ऊर्जा और मेहनत जरूरी*
कलेक्टर ने कहा कि जीवन में लक्ष्य का निश्चित ही बड़ा महत्व है, लेकिन उसे पाने के लिए सकारात्मक ऊर्जा और मेहनत जरूरी है। परीक्षा की तैयारी पूरे मन से करें, लेकिन परिणाम कैसा भी हो, उसे अपने आत्मविश्वास और मानसिक संतुलन पर हावी न होने दें।
*परिणाम कई बार मनमाफिक नहीं आया*
उन्होंने विद्यार्थियों व युवाओं के लिए अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, ‘मेरा भी परीक्षा परिणाम कई बार मनमाफिक नहीं आया, लेकिन मैंने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत की, जिसका परिणाम आज आप सभी के सामने है।
*अभिभावकों से भी किया भावनात्मक अनुरोध*
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने अभिभावकों से भी आग्रह किया कि वे बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें। उन्होंने कहा, अधिक अंक लाने के लिए बच्चों पर मानसिक दबाव डालना सही नहीं है। अगर परिणाम प्रतिकूल भी आए तो बच्चों को डांटने के बजाय उन्हें आगे बेहतर करने के लिए प्रेरित करें। उनकी रुचि के अनुसार विषय चयन में मदद करें।
*कड़ी मेहनत, जुनून, धैर्य और ईमानदारी प्रयास*
कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने कहा कि जीवन में सफलता पाने के लिए योग्यता, हुनर और रुचि के अनुसार आगे बढ़ना जरूरी है, लेकिन इन सबके लिए कड़ी मेहनत, जुनून, धैर्य और ईमानदारी से प्रयास करना आवश्यक है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे हमेशा सकारात्मक सोच अपनाएँ और अपने परिवार एवं समाज के लिए प्रेरणा बनें। उन्होंने कहा कि जब विद्यार्थी सकारात्मक विचारों को आत्मसात करेंगे, तो वे न केवल अपने परिवार, बल्कि समाज को भी आगे बढ़ाने में सहायक बनेंगे।
कलेक्टर ने सभी विद्यार्थियों और उनके परिवारों से कहा है कि परीक्षा का परिणाम चाहे जो भी हो, असली सफलता निरंतर प्रयास और सकारात्मक सोच से ही हासिल होती है।