कोरिया/छत्तीसगढ़
*लाखों करोड़ों गमन हुआ लेकिन पानी की समस्या आज भी बरकरार।*
कोरिया/सरगुजा:- जहां एक तरफ किसान अपनी सिंचाई के लिए प्रति वर्ष चिंतित रहता है की फसल को पानी कहां से मिलेगा फसल सही होगी की नही वो अलग बात है की प्रकृति अपने से आश्रित लोगों का पूर्ण ध्यान देती किंतु आज हम बात करेंगे संसाधन के बारे में जो सरकार देती है किसानों मजदूरों आम लोगों के जीवन यापन के लिए और उन्ही संसाधन को देने के प्रमुख्तायः योजनाओं के नाम के अनुसार प्रदान करने के लिए अलग अलग विभाग बनाए हुए हैं।
जल नाम सुनने से जीवन याद आ जाता है जल है तो जीवन।
जल संसाधन विभाग प्रमुख्ताय जल पूर्ति के लिए स्थापित किया गया लेकिन सोचिए जब वह उद्देश से उलट केवल रुपया कमाने का जरिया बन जाए तो क्या हो ऐसा इस लिए बताया जा रहा है कोरिया जिले में नहर मरम्मत के नाम लाखों करोड़ों का आहरण किया जा रहा है केवल दस्तावेजों में वर्षो से अंगद की पैर की तरह जमे हुए अधिकारी खानापूर्ति कार्य कर बड़ी बड़ी राशि को दस्तावेजों में हेरा फेरी कर जनता और सरकार के पैसों का दुरुपयोग करते हैं।
जल संसाधन विभाग से जिले में नहरों के मरम्मत कार्य का भौतकीय जांच।
Crime killer news ने पिछले खबरों में भी शासन के तरफ से आए प्रति वर्ष लगभग में 60 लाख रुपए स्वीकृत होता जो जलाशयों से जुड़े नहरों के मरम्मत के लिए आता है उन पैसों के बंदरबांट के लिए जांच हेतु इंगित किया था। सूत्रों के जानकारी अनुसार जगतपुर जलासय के नहरों में लाखों रुपए डीएमएफ मद एवम मनरेगा के तहत मरम्मत कार्य हुआ है आदेश क्रमांक 230106465042/22/09/2023 में स्वीकृत हुआ इसी प्रकार जिले में कई मरम्मत कार्य दस्तावेजों में खानापूर्ति कर लाखों करोड़ों रुपए गमन किए गए है विगत दो वर्षो में किंतु नहरों से निकलने वाले पानी की समस्या आज भी बरकरार इस पूरे विषय में जिला प्रशासन कोरिया दंडाधिकारी को नहर मरम्मत कार्य का जांच प्रतिवेदन कोरिया में प्रस्तुत किया गया।