Article by shajad Ansari.
कोरिया जिले की कलेक्टर श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी ने एक बार फिर मानवता और प्रशासनिक जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने सड़क पर बेहोश पड़ी एक महिला की सहायता कर यह सिद्ध किया कि एक प्रशासनिक अधिकारी न केवल नियमों का पालन कराने के लिए बल्कि जरूरतमंदों की सहायता के लिए भी तत्पर रह सकता है।
घटना के अनुसार, कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी अपने निर्धारित दौरे पर थीं, जब उन्होंने रास्ते में सड़क किनारे बेहोश पड़ी एक महिला को देखा। वहां मौजूद लोग तमाशबीन बने रहे, लेकिन कलेक्टर ने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई और स्वयं महिला की स्थिति का जायजा लिया। बिना देर किए, उन्होंने तत्काल एंबुलेंस को बुलाया और यह सुनिश्चित किया कि महिला को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जाए।
अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, महिला को समय पर उपचार मिलने से उसकी हालत में सुधार हो रहा है। इस संवेदनशील कदम के लिए जिलेभर में कलेक्टर की प्रशंसा हो रही है। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि यदि सभी लोग इसी तरह दया और सहयोग की भावना दिखाएं, तो समाज और भी मानवीय और संवेदनशील बन सकता है।
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी का यह कार्य न केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी का उदाहरण है बल्कि समाज को भी एक महत्वपूर्ण संदेश देता है – “मानवता ही सबसे बड़ी सेवा है।”