सीधी 03 अप्रैल 2025
सीधी जिला चिकित्सालय के जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र और दिव्यांगजन पुनर्वास केंद्र में ‘वर्ल्ड ऑटिज्म अवेयरनेस डे’ के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष भारती और डॉ. विनय सिंह, डीईआईसी सीधी के मैनेजर पुष्पेंद्र शुक्ला तथा डीडीआरसी सीधी के विशेष शिक्षक शिवांसु शुक्ला ने भाग लिया और अभिभावकों को जागरूक किया।
क्या है वर्चुअल ऑटिज्म?
विशेषज्ञों ने बताया कि वर्चुअल ऑटिज्म एक ऐसी स्थिति है, जो अधिक स्क्रीन टाइम के कारण विशेष रूप से दो साल से कम उम्र के बच्चों में देखने को मिलती है। जब छोटे बच्चे मोबाइल, टीवी या लैपटॉप पर ज्यादा समय बिताने लगते हैं, तो उनके व्यवहार और संचार कौशल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
वर्चुअल ऑटिज्म के लक्षण
ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और माता-पिता के बुलाने पर प्रतिक्रिया न देना। खेल-कूद में रुचि की कमी और खिलौनों से खेलने का तरीका न समझ पाना। सामाजिक मेल-जोल में कमी, यानी दूसरों से घुलने-मिलने