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*एमसीबी जिला प्रशासन शहर का ट्रॉफिक संभालने में नाकाम*

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भूपेन्द्र सिंह गंभीर

*सिटी कोटवली से मात्र 200 मीटर दूरी वाले भगत सिंह तिराहा में दिन भर रहता ट्रैफिक जाम*

*सिटी कोटवली अपने मे मस्त शहर का ट्राफिक पस्त*

एमसीबी/मनेन्द्रगढ़- एमसीबी जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ शहर इस समय ट्रॉफिक जाम की समस्या से जूझ रहा है, ये समस्या कोई आज की नही है बल्कि जिला बनने के पूर्व भी शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या रही है जो जिला बनने के बाद भी दुरूस्त नही ही पा रही है।

मनेन्द्रगढ़ शहर में ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिला पाने में जिला प्रशासन नाकाम दिखाई पड़ रहा है, ऐसा नही है कि जिला प्रशासन इस पर ध्यान नही देता, देता है बिल्कुल देता है पर केवल सब्जी बेचने वाले औऱ फल बेचने वाले को बाजार से हटा देने भर से शहर का यातायात दुरुस्त नही हो जाता है पीडब्ल्यूडी तिराहा से लेकर भगतसिंह तिराहा तक भी दिन भर ट्रॉफिक जाम रहता है। जब कि जिला प्रशासन ने कभी ये समझने की कोशिश नही की, इसका प्रमुख कारण क्या है?

कोतवाली मनेन्द्रगढ़ इस प्रमुख मार्ग पर ही है और कोतवाली के अधिकारी व अन्य स्टाफ भी रोजाना इस मार्ग पर गुजरते हुए इस ट्रॉफिक समस्या में खुद फसते है फिर भी कोई सकारात्मक पहल नही करते। इस मार्ग पर सबसे ज्यादा ट्रॉफिक जाम होता है कारण है फुटपाथ पर बनी छोटी छोटी गुमटियां, शहर में बना ये फुटपाथ तो आमजनता के चलने के लिए बनाया गया था पर इस पर अवैध कब्जा कर लोगो ने गुमटियां रख ली औऱ कई गुमटियां तो किराये पर दे दी गई।

भगत सिंह तिराहे पर ही *बोरीडाँड़ के फेमस बड़े* की वजह से सुबह से शाम तक इस रोड पर लोगो का हुजूम लगा रहता है और साथ मे *बस स्टैंड से निकलकर बसे भी इस तिराहे पर खड़ी हो जाती है* और घंटो जाम लगा रहता है साथ ही सड़को पर ऑटो चालकों द्वारा बीच मे ऑटो खड़ा कर देना आदि, जिसके कारण लोगो को इस ट्रॉफिक जाम से परेशान होते रोजाना देखा जा सकता है।

इस समस्या की कई शिकायतें हुई समाचारों में लेख छपे पर जिला प्रशासन ने कभी इस पर कोई ठोस कार्यवाही नही की जिससे कि आम लोगो को इस परेशानी से निजात मिल सके। वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली पुलिस से इन बस एजेंटों, ऑटो चालको अन्य टैक्सी गाड़ियों के मालिकों से मासिक राशि ली जाती है तो कितनी भी शिकायते हो जाये या समाचार पत्रों में प्राकशित हो जाये कुछ नही होगा इनका। तबी तो कोतवाली के बारे में आम लोगों कह रहे है “सिटी कोतवाली अपने मे मस्त है बाकी सब पस्त है।”

अब देखना ये होगा कि कब जिला प्रशासन जागेगा और शहर के इन प्रमुख चौको पर ट्रॉफिक पुलिस की व्यवस्था की जाएगी ताकि शहर का ट्रॉफिक दुरुस्त हो सके।

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